हमें विकसित होना है, परंतु अपनी आत्मा की परिधि में : संत श्री रेणुका जी

We have to evolve, but within the boundaries of our soul: Saint Shri Renuka Ji

प्रदीप साहू, (ग्राम कवंलासा में आयोजित रात्रि कालीन आत्मज्ञान-संगोष्ठी में श्री सतपाल जी महाराज की शिष्या ने कहा)जो अपने आप …

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