प्रदीप साहू, खातेगांव: इंदौर बुधनी रेलवे लाईन में सुंद्रेल, बिजवाड़, हतनोरी, कालापाठा, मालजीपुरा, कलवार सहित आठ गांवों के किसानों की जमीन अधिग्रहण का मामला विगत एक डेढ़ साल से चल रहा था पीड़ित किसानो ने कई बार धरना आंदोलन किया।

कई बार स्थानीय जनप्रतिनिधियों विधायक आशीष शर्मा, कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान के मार्गदर्शन में दिल्ली में रेल मंत्री से भी मिले लेकिन पीड़ित किसानों की मांगों का निराकरण नहीं हुआ ओर मंगलवार को बिजवाड़ के पास यादव ढाबे के समीप प्रशासन के आला अधिकारी ए डी एम बिहारी सिंह, एस डी एम कन्नौद प्रवीण प्रजापति की उपस्थिति में देवास जिले के सभी थानों के पुलिस बल और रेलवे कर्मचारियों की उपस्थिति में पांच सात जे सी बी मशीनों के माध्यम से जमीन का अधिग्रहण कर लिया गया।

किसानों ने भारी विरोध भी किया लेकिन किसी ने नहीं सुनी। कई महिला किसानों को बल पूर्वक जे सी बी के सामने से हटाकर जितनी जमीन रेलवे को चाहिए थी उस जमीन के दोनों तरफ तकरीबन एक दो किलोमीटर तक गहरी खाई खोद दी गई। रेलवे कर्मचारी ओर इंजीनियरों ने अपना कार्य भी शुरू कर दिया है। कई महिला पुरुष किसान जो जमीन अधिग्रहण का विरोध कर रहे थे उनको पुलिस ने गाड़ियों में बिठाकर अन्य थानों में ले गए।

किसानों ने जय जवान जय किसान के नारे भी लगाए। मौके पर सैकड़ों की संख्या में पुलिस बल अपने अपने साधनों से लैस होकर तैनात थे। इसके साथ ही कई अन्य विभागों के अधिकारी कर्मचारी भी मौजूद थे। समाचार लिखे जाने तक अधिग्रहण की कार्यवाही जारी थी।
ए डी एम बिहारी सिंह ने कहा कि किसानों की वाजिब मांगों का पूरा ध्यान रखा जायेगा। उनकी मांगों का शीघ्र निराकरण भी होगा लेकिन इतना बड़ा प्रोजेक्ट इस छेत्र को मिला है जिससे छेत्र का विकास भी होगा उसे रोकना मुश्किल है बुधनी ओर इंदौर तरफ से काम प्रारंभ हो चुका है कई पुल पुलियाओं का निर्माण हो चुका है। सिर्फ आठ गांवों कारण कार्य को रोक नहीं सकते है। लेकिन रेलवे की कार्यवाही के चलते ऊपर से आदेश आया और कार्यवाही को आगामी आदेश तक के लिए स्थगित कर दिया गया है एस डी एम प्रवीण प्रजापति ने उक्त आदेश की बात कही। इधर किसानों ने कहा कि विधायक आशीष शर्मा ने कृषि मंत्री से बात करके और कार्यवाही रुकवाई है।