Khategaon Ki News: चेतन सराठे को पीएचडी की उपाधि– संघर्ष से सफलता तक का प्रेरणादायक सफर

प्रदीप साहू, Khategaon Ki News: विक्रम विश्वविद्यालय उज्जैन में रविवार को आयोजित भव्य दीक्षांत समारोह में एक खास और गर्व का क्षण सामने आया। महामहिम राज्यपाल मंगूभाई पटेल, मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव, उच्च शिक्षा मंत्री इंदर सिंह परमार, पद्म भूषण श्री कमलेश डी. पटेल और कुलगुरु प्रो. अर्पण भारद्वाज की गरिमामयी उपस्थिति में चेतन सराठे को विधि संकाय के अंतर्गत उनके शोध गिरफ्तारी एवं निरोध में मानव अधिकारों का उल्लंघन – अंतरराष्ट्रीय विधि और भारतीय विधि के परिप्रेक्ष्य में एक तुलनात्मक अध्ययन पर पीएचडी की उपाधि प्रदान की गई। यह शोध उन्होंने सेवानिवृत्त प्राचार्य डॉ. एस. एन. शर्मा के मार्गदर्शन में पूर्ण किया। डॉ. इनामुर रहमान, डॉ. सुनीता असाटी, डॉ. आशीष श्रीवास्तव का विशेष सहयोग रहा।

यह उपलब्धि केवल एक शैक्षणिक सफलता नहीं

यह उपलब्धि केवल एक शैक्षणिक सफलता नहीं बल्कि चेतन सराठे के संघर्ष, आत्मनिर्भरता और पारिवारिक सहयोग की कहानी है। उन्होंने बचपन से अपने पिता नर्मदाप्रसाद सराठे जो समाजसेवी, भारतीय सेन समाज के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष एवं सेवा निवृत्त प्रधान डाकपाल हैं को जिम्मेदारियों को निभाते देखा और उनसे प्रेरणा ली। चेतन सराठे ने स्वयं मेहनत कर शिक्षा के लिए संसाधन जुटाए। उनकी स्कूली शिक्षा खातेगांव व कन्नौद में हुई जबकि कॉलेज शिक्षा देवास व इंदौर से ग्रहण की।

भाइयों और पत्नी का सहयोग मजबूत स्तंभ

इस सफर में उनका साथ निभाया उनके बड़े भाई नारायणप्रसाद सराठे और भाई सिद्धार्थ सराठे ने। चेतन सराठे ने विशेष रूप से उनकी पत्नी पूर्णिमा सराठे का उल्लेख करते हुए कहा- हर सफलता के पीछे एक महिला का हाथ होता है, मेरी सफलता के पीछे मेरी पत्नी का साथ और सहयोग सबसे मजबूत स्तंभ रहा है।

यह सफर आज के युवाओं के लिए प्रेरणा

चेतन सराठे की उपलब्धि यह दिखाती है कि समर्पण, आत्मविश्वास और अपनों का साथ हो तो कोई भी लक्ष्य दूर नहीं। उनका सफर आज के युवाओं के लिए प्रेरणा है- कि कठिनाइयों से लड़कर भी अपने सपनों को साकार किया जा सकता है।

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