प्रदीप साहू, Khategaon News: स्वच्छता के जनक संत श्री गाडगे के महाराज का 149 जन्मदिन खातेगांव में रजक समाज के द्वारा प्रतिवर्ष अनुसार इस वर्ष भी बड़े ही उत्साह के साथ मनाया गया। समाजजनों ने शासकीय अस्पताल खातेगांव मैं पहुंच कर मरीज को फल वितरण किए।
संदीप बुंदेला एवं राजू कचनारिया ने संत श्री के जीवन के बारे में बताते हुए कहा कि गाडगे बाबा का जन्म 23 फरवरी 1876 को महाराष्ट्र के अमरावती जिले के शेण गांव अंजन गांव में हुआ था उनका बचपन का नाम डेबूजी झिंगराजी जानोरकर था। महाराष्ट्र के कोने-कोने में अनेक धर्मशालाएं, गौशालाएं, विद्यालय, चिकित्सालय तथा छात्रावासों का निर्माण कराया। यह सब उन्होंने भीख मांग-मांगकर बनावाया किंतु अपने सारे जीवन में इस महापुरुष ने अपने लिए एक कुटिया तक नहीं बनवाई उन्होंने धर्मशालाओं के बरामदे या आसपास के किसी वृक्ष के नीचे ही अपनी सारी जिंदगी बिता दी।
इस अवसर पर कार्यक्रम में रजक समाज अध्यक्ष गोविंद जलोदिया, मिश्रीलाल बाथोले ,राजेश सोलंकी ,संदीप बुंदेला, बब्बू बडोदिया, विजय कपूरिया, दुर्गेश बिड़ोरिया ,राजू कचनारिया, जितेन बघेल कार्यक्रम में विशेष अतिथि के रूप में रेवांचल रजक समाज धर्मशाला के अध्यक्ष रामदीन बछानिया उपस्थित रहे।